Shayari 18 on February 28, 2017 Get link Facebook Twitter Pinterest Email Other Apps बड़ी बेगैरत होकर जनाब लौटे हम तेरे दरबार से, खुद को तो जोड़ लिया तुझसे पर तेरे दिल से ना जुड़ सके हम। Comments
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