पहेली है तेरी ज़िन्दगानी

बचपन में ही बड़ा हो जाना
दूसरे केे घर को स्वर्ग बनाना,
दुनिया कहती है तुझे अबला
पूजती है तुझे दुर्गा और अम्बा;
तेरी ज़िन्दगी है जैसे पहेली
हर मोड़ पर है अलग कहानी,
ना कोई समझा, ना ही पाएगा
तेरी महानता को आंक ना पाएगा।