आगे बढ़!

आंसुओं को बहानें से
तुझे अंदर राहत मिलेगी,
आंसुओं को पोछने से
तुझे तेरी चाहत मिलेगी;
अकेलेपन से डर कैसा
तू हुआ तो अकेला है,
तू कर ले ख्वाहिश पूरी
यह दुनिया तो मेला है।