Shayari I

सोचा की राह पर रुकुंगा नहीं कभी
फिर साथी ही लेकिन कुछ ऐसा मिल गया
की दिल तो गया सो गया हे ज़िन्दगी
पर तेरे साथ कदम मिलाना भी छूट गया