Shayari 9 on January 18, 2016 Get link Facebook Twitter Pinterest Email Other Apps एक नज़र से तय मत करना मेरी शक्सियत वो कल बदल जायेगी मेरे अरमान समय के अधीन नहीं वो तो हालातों के पिंजरे में कैद हैं Comments
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